विजयश्री रंगमंच पर मुंबई के कव्वाल अनवर जानी व बनारस की कव्वाला सीमा सबा के बीच चले कव्वाली मुकाबले में खूब जमा रंग, फरमाइशी गीत भी सुनाए, देर रात तक जमे रहे श्रोता।
ठंडी-ठंडी हवाओं के झौंके और झिलमिल रौशनी के बीच बुधवार रात तबले व ढोलक की जुगलबंदी व हारमोनियम की सुरीली आवाज के साथ मुंबई के कव्वाल अनवर जानी व बनारस की कव्वाला सीमा सबा के बीच हुआ कव्वाली मुकाबला तारिफे काबिल रहा। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में फनकारों ने सुफियाना अंदाज में खुदा की शान में कशीदे पढ़े और कौमी एकता का सन्देश दिया।
कार्यक्रम की शुरुवात अनवार जानी ने है नजर मेरे पीर की…मेरे ख्वाजा का चेहरा नजर आ गया…बंदो पर रहम करना अल्लाह का काम है… से की। अनवार जानी ने कहा कि कोटा का मेला दशहरा ऐसा मंच है जहां पर कलाकारों को नवाजा जाता है। दर्षक दीर्घा में मौजूद श्रोताओं ने इस फनकार का तालियों की करतल ध्वनि से जोरदार इस्तकबाल किया। इसके बाद बनारस की कव्वाला सीमा सबा ने सुख तुझे देता है जो हर ज्ञान वहीं है अल्लाह वहीं है तेरा भगवान वहीं है… अल्लाह की वंदना की। इसके बाद सूफियाना अंदाज में सबा ने अच्छी है ये प्रेम की गंगा रहने दो, क्यूं करते हो देश में दंगा रहने दो लाल हरे में मत बांटो अपनी छत पर तिरंगा रहने दो…सुनाकर कौमी एकता का सन्देश दिया तो दर्षक दीर्घा भारतमाता के जयघोश से गंूज उठा। देर रात शुरू हुए कव्वाली मुकाबले में महिला कव्वाला सीमा सबा व अनवर जानी के बीच रौचक मुकाबले के बीच दर्षक दीर्घा तालियों की करतल ध्वनि से गूंजता रहा।
उन्होंने तुझी से इत्तहा है तुझी से इंतहा है…शीश महलों में खंडर का रावता हो जाएगा हम फकीरों से उलझेगा फनाह हो जाएगा, घर से तू निकला खुदा का नाम लेकर बहते दरिया में उतर जा रास्ता हो जाएगा…दोनों जहां का मालिक है तू और तू ही सुल्तान है, सबसे अफजल सबसे आला मौला तेरी षान है…सरीखी नात, गजल, सुनाई। श्रोताजनों ने तालियो की गर्जना से स्वागत किया। कव्वाला सबा ने जो तुम हमारा जरा सा ख्याल कर देते तो हम तुमको प्यार से माला माल कर देते है हौंसला देखना है तो हमसे मिलो हसीन हम है कलेजा निकाल कर देते…लिपट कर छोड़ आई कमरिया तोड़ आई….हर बात में इसकी धोखा हैकृसुनाकर माहौल को नई उंचाई दी। मेला प्रभारी प्रेमषंकर शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम की षुरूआत मुख्य अतिथि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मजीद कमांडो, विशिष्ट अतिथि प्रगति एजुकेशनल गु्रप के चैचयमेन डॉ. जफर मोहम्मद, समाजसेवी मोहम्मद मियां, सर्वोदय गुु्रप के चैयरमेन एजी मिर्जा, भाजपा नेता डॉ. एलएन शर्मा ने विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ किया। महापौर महेश विजय, उप महापौर सुनीता व्यास, निगम आयुक्त शिवप्रसाद एम नकाते, उपायुक्त राजेश डागा, मेला प्रभारी प्रेमषंकर शर्मा मेला समिति के सह सचिव व सहायक लेखाधिकारी दिनेश जैन, एसी भूपेंद्र माथुर, मेला समिति सदस्य पार्षद महेष गौतम लल्ली, नरेंद्र सिंह हाड़ा, रमेष चतुर्वेदी, प्रकाष सैनी, भगवान स्वरूप गौतम, पार्षद मोहम्मद हुसैन मोमदा ने अतिथियों व कलाकारों का माला पहना स्वागत किया। देर रात तक ठंडी हवाओं के बीच चले कव्वाली के रौचक मुकाबले में एक से बढ़कर एक कलाम व शेर-ओ-शायरी सुनने को मिली। काफी तादाद में श्रोताजन मौजूद थे।
अल्लाह तेरे करम का क्या कहना…
कोटा। विजयश्री रंगमंच पर बुधवार रात मुख्य कव्वाली कार्यक्रम से पहले स्थानीय फनकार ने भी करीब एक घंटे तक कव्वाली प्रस्तुत की। कोटा के किषोरपुरा निवासी युवा कव्वाल अबरार हसन ने छाप तिलक सब छीनी मौसे नैना मिलाइके.. हम के मीठे बोल सुनाओं…चंबल तेरा वजूद भी कितना महान है…अल्लाह तेरे करम का क्या कहना… मेरे मोला ऐसा हिंदुस्तान बना दे एक ही थाली में खाए हिंदु और मुस्लिम ऐसा मुल्क बना दे… की षानदार प्रस्तुति दी। कव्वाली के अलावा फनकार ने गजले, नात की भी प्रस्तुति दी।
– मीडिया पॉइंट, कमल यदुवंशी
लाल-हरे रंग में हमें मत बांटो, हमारी छत के नीचे तिरंगा रहने दो…
दशहरा मेला के विजयश्री रंगमंच पर बुधवार को आयोजित हुए कव्वाली प्रोग्राम में कव्वालों ने शहरवासियों को कौमी एकता का संदेश दिया। कव्वालों द्वारा पेश किए कौमी एकता के कलामों पर श्रोताओं ने जमकर दाद दी।
रात करीब दस बजे शुरू हुई कव्वाली रात दो बजे तक चली। मुंबई के कव्वाल अनवर जानी व बनारस की कव्वाल सीमा सबा ने खुदा की शान में कसीदे पढ़े।
शुरुआत अनवार जानी ने नजर मेरे पीर की… मेरे ख्वाजा का चेहरा नजर आ गया, बंदों पर रहम करना अल्लाह का काम है…. कव्वाली पढ़कर की।
कौमी एकता के कलाम पढ़ते हुए उन्होंने मंदिर में पुजारी, मस्जिद में नमाजी रहते हैं, किसी जालिम के आगे सर झुके नहीं, यह गीता और कुरान कहती है… सुनाकर दाद पाई। वहीं सीमा ने सुख तुझे देता है जो हर ज्ञान वही है, अल्लाह वही है तेरा भगवान वही है… कव्वाली की प्रस्तुति दी।
लाल हरे रंग में हमें बांटो मत, हमारी छत के नीचे तिरंगा रहने दो.. कलाम पेश कर कौमी एकता का संदेश दिया। देर रात तक चले कव्वाली प्रोग्राम में दोनों कव्वालों ने सूफियाना, शायराना कलाम पेश किए।
इस कार्यक्रम में अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मजीद कमांडो, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव डॉ. जफर मोहम्मद, समाजसेवी मोहम्मद मियां, ए.जी मिर्जा और किसान महापंचायत के संभागीय प्रभारी डॉ. एलएन शर्मा अतिथि रहे। उनका पार्षद नरेंद्र हाड़ा ने स्वागत किया।
एकता ऐसी हो, जले हिंदू का घर तो आंसू मुस्लिम के निकले
अचानकचली ठंडी हवा एक तरफ सिहरन पैदा कर रही थी तो दूसरी तरफ विजयश्री मंच पर मुंबई के कव्वाल अनवर जानी बनारस की कव्वाल सीमा सबा का मुकाबला माहौल में जोश भर रहा था। कव्वालों ने सूफियाना अंदाज में खुदा की शान में कशीदे पढ़े और कौमी एकता का संदेश दिया। बीच-बीच में चले मुकाबले का दर्शकों ने तालियों से स्वागत किया।
कार्यक्रम की शुरूआत अनवर जानी ने कुछ इस तरह से की- है नजर मेरे पीर की…मेरे ख्वाजा का चेहरा नजर गया…बंदों पर रहम करना अल्लाह का काम है…। अनवर जानी ने कहा कि कोटा का मेला दशहरा ऐसा मंच है जहां पर कलाकारों को नवाजा जाता है। इसके बाद बनारस की कव्वाल सीमा सबा ने सुख तुझे देता है जो हर ज्ञान वहीं है अल्लाह वहीं है तेरा भगवान वहीं है…अल्लाह की वंदना की। एकता ऐसी हो, जले हिंदू का घर तो आंसू मुस्लिम के निकले…। इसके बाद सूफियाना अंदाज में सबा ने अच्छी है ये प्रेम की गंगा रहने दो, क्यूं करते हो देश में दंगा रहने दो लाल हरे में मत बांटो अपनी छत पर तिरंगा रहने दो…सुनाकर कौमी एकताका संदेश दिया। कव्वाल सीमा सबा अनवर जानी के बीच रोचक मुकाबले को श्रोताओं ने खूब सराहा। उन्होंने तू जी से इन्तहा है तुजही से इंतहा है…शीश महलों में खंडहर का रावता हो जाएगा हम फकीरों से उलझेगा फना हो जाएगा, घर से तू निकला खुदा का नाम लेकर बहते दरिया में उतर जा रास्ता हो जाएगा…दोनों जहां का मालिक है तू और तू ही सुल्तान है, सबसे अफजल सबसे आला मौला तेरी शान है…सरीखी नात, गजल, सुनाई। कव्वाल सबा ने जो तुम हमारा जरा सा ख्याल कर देते तो हम तुमको प्यार से माला माल कर देते है हौंसला देखना है तो हमसे मिलो हसीन हम है कलेजा निकाल कर देते…लिपट कर छोड़ आई कमरिया तोड़ आई….हर बात में इसकी धोखा है… सुनाई।
मुख्य अतिथि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मजीद कमांडो,विशिष्ट अतिथि डॉ. जफर मोहम्मद, समाजसेवी मोहम्मद मियां, सर्वोदय गुप्र के चेयरमैन एजी मिर्जा,भाजपा नेता डॉ. एलएन शर्मा ने विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य कव्वाली कार्यक्रम से पहले स्थानीय फनकार अबरार हसन ने भी करीब एक घंटे तक कव्वाली प्रस्तुत की। हसन ने छाप तिलक सब छीन ली रे मोसे नैना मिलाइये.. हम के मीठे बोल सुनाओ…चंबल तेरा वजूद भी कितना महान है…अल्लाह तेरे करम का क्या कहना… मेरे मोला ऐसा हिंदुस्तान बना दे एक ही थाली में खाए हिंदु और मुस्लिम ऐसा मुल्क बना दे… की प्रस्तुति दी।