रावण दहन आज। शाम 5 बजे गढ़ पैलेस में एकत्र होंगे पूर्व कोटा रियासत के महाराव, कुमार, जमींदार जागीरदार और प्रशासनिक अधिकारी जनप्रतिनिधि व् ख़ास लोग। विदेशी सेलानी भी आएंगे। यहाँ खेजड़ी पूजन के बाद शाम 6.15 बजे से 7.15 बजे के बीच रवाना होंगी भगवान लक्षमीनारायन जी की शाही सवारी। इस दौरान राजसी वैभव की झलक देखने को मिलेगी। रात 8 बजे से 9 बजे के बीच दसहरा मैदान में होगा रावण दहन।
रावण की स्वर्ण पोशाक
रावण के पुतले की पोशाक सिल्वर व गोल्डन रंग से बनाई गई है। जबकि कुभकर्ण की पोशाक हरी व मेघनाद की पोशाक लाल है। पुतले को बनाने में करीब तीन लाख 35 हजार रुपए का खर्च आया है।
फैक्ट फाइल
1. रावण के धड़ को उठाने में लगाने पड़े 110 मजदूर।
2. रावण की जूतियों को 10 मजदूर अम्बेडकर भवन से विजय श्री रंगमंच तक लाए।
3. कुंभकरण का धड़ ठेले में रखकर लाया गया।
4. रावण का कुनबा खड़ा करने में एक अधीक्षण अभियंता, तीन एक्सईएन, तीन एईएन व 8 जेईएन सहित 150 लोगों की टीम जुटी रही।
5. पुतलों को खड़ा करने के लिए एक क्रेन व दो स्काई लिफ्ट की मदद ली गई।
6. करीब 100 बल्ली व 200 चाली का बेस बनाया गया।
Photos Courtesy : Rajasthan Patrika